tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post2890385149310454734..comments2024-02-21T06:21:43.492+05:30Comments on गुस्ताख़: अरुणाचल का सौन्दर्य - तस्वीरों मेंManjit Thakurhttp://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-47604195468727531382010-03-29T00:52:33.345+05:302010-03-29T00:52:33.345+05:30shantee humako laga aap apni mehbooba ko khoj rahe...shantee humako laga aap apni mehbooba ko khoj rahe hai itti baichainee se. achi kavita hai.. toda tight kriye na..Manjit Thakurhttps://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-75129671542770818822010-03-27T09:03:06.221+05:302010-03-27T09:03:06.221+05:30कैसे है सर ?
आपके लिए कुछ भेज रहा हूँ सायद पसंद आय...कैसे है सर ?<br />आपके लिए कुछ भेज रहा हूँ सायद पसंद आये<br /><br /><br /><br />शाम को दफ्तर से लौटा थका हारा<br />अपने लिए एक चाय बनाई<br />मीठी कुछ कम थी पर अपनी बनाई थी तो ठीक लगी<br />कुछ याद आया .........<br />कुछ भूला हुआ सा<br />अपनी जेबों को टटोला<br />कमीज़ की हर जेब को देखा<br />कमरे की हर चीज़ को उलट पुलट कर देखा<br />कथरी, बर्तन, किताब का एक एक पन्ना, खाली डिब्बे<br />सब कुछ देखा कुछ भी नहीं छोड़ा<br />पर अफ़सोस की नहीं मिला जिसको खोजा था बहुत<br />गम में रात का खाना भी नहीं बनाया<br />और न ही खाया.............<br />बिस्तर पर गया तो चादर को एक बार और पलट कर देखा<br />पर अफ़सोस फिर भी नहीं मिली ....<br />पुरानी डायरी के हर पन्ने को पलट कर देखा<br />पर अफ़सोस .....................<br />थका हारा बिस्तर पर सो गया<br />पर सुबह सूरज की पहली किरण के साथ<br />अचानक ही वोह मिल गयी<br />जिसके लिए कब से था बेताब<br />यही तो थी मेरी खोयी हुई<br />"भोर" <br /><br /><br /><br /><br /><br />शांति दीपAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-16299506115711894082010-03-26T14:05:05.250+05:302010-03-26T14:05:05.250+05:30तस्वीरें बेहतरीन है लेकिन आपकी कमेंट्री उसकी मौलिक...तस्वीरें बेहतरीन है लेकिन आपकी कमेंट्री उसकी मौलिकता को बोर कर रही है ।कुमार आलोकhttps://www.blogger.com/profile/05450754013929589504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-43896382442587179062010-03-25T21:40:39.651+05:302010-03-25T21:40:39.651+05:30super nice !super nice !मुनीश ( munish )https://www.blogger.com/profile/07300989830553584918noreply@blogger.com