tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post3159536701101678613..comments2024-02-21T06:21:43.492+05:30Comments on गुस्ताख़: श्रीमंत की सड़कManjit Thakurhttp://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-17105377372261022782012-05-18T09:17:38.192+05:302012-05-18T09:17:38.192+05:30मंजीत, तुमने जरूरी सवाल उठाए हैं। दरअसल, इन राजा-म...मंजीत, तुमने जरूरी सवाल उठाए हैं। दरअसल, इन राजा-महाराजाओं को इनकी पुरानी उपाधि, ओहदे आदि धारण करने की और अपने नाम के साथ इस्तेमाल करने की छूट है। इसलिए जब भी कभी इनके नाम पर सड़क का नामकरण होता है तो पूरी उपाधि घुसेड़ दी जाती है। पहले जरूरत है कि प्रिविपर्स के समय की उस गलती को दूर किया जाए कि राजा-महाराजाओं के नाम के पीछे जो उपाधि लगाने की उनको छूट गई थी उसे वापस लिया जाए। अब काहे का महाराजा और काहे का नवाब। बाकी बात तो सही है कि हमारे यहां कबीर या विद्यापति मार्ग नहीं होता। सिर्फ शाहजहां या पृथ्वीराज मार्ग होता है।sushant jhahttps://www.blogger.com/profile/10780857463309576614noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-73008314770935869682012-05-18T08:03:09.225+05:302012-05-18T08:03:09.225+05:30उनके भी दिन आयेंगे,
अपनों से दिल घबरायेगा,
सहता सम...उनके भी दिन आयेंगे,<br />अपनों से दिल घबरायेगा,<br />सहता समाज तब,<br />उनके ही गुण गायेगा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com