tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post5674575247148663981..comments2024-02-21T06:21:43.492+05:30Comments on गुस्ताख़: संस्कृत की परीक्षा और मैंManjit Thakurhttp://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-61718745284722505002008-08-03T17:32:00.000+05:302008-08-03T17:32:00.000+05:30मंजीत जी,उपन्यास-महाकाव्य-कथा-कविता-संस्मरण-यात्रा...मंजीत जी,<BR/><BR/>उपन्यास-महाकाव्य-कथा-कविता-संस्मरण-यात्रा-वृत्तान्त, सामाजिक समस्या, विज्ञान, भाषा-प्रौद्योगिकी, राजनीति ई सभ विदेहमे ई-प्रकाशित कएल जाइत अछि। अहाँ कोनो विषयपर अपन इच्छानुसार लिखि सकैत छी, "विदेह" <STRONG><A HREF="http://www.videha.co.in/" REL="nofollow">http://www.videha.co.in/</A></STRONG> पर मासक १ आऽ १५ तिथिकेँ ई-प्रकाशित कएल जाइत अछि। अपन रचना हमर ई-मेल ggajendra@videha.com पर पठाबी। अहाँक ई- कमेंट 22 जुलाइकेँ आयल चल मुदा संयोगसँ हमारा आइ पढ्लहु ताहि द्वारे यदि हमर ई-मेलपर सँदेश पठाबी तँ हमरा तत्काल भेटि जाएत। अहाँक प्रोफाइल पर ई-मेल पता नहि लिखल छल ताहि द्वारे टिप्पणीक माध्यमसँ सँदेश देलहुँ,प्रायः स्पैम द्वारे अहाँ ओतए ई-मेल पता नखि लिखने छी। अपन ई-मेल पता अवश्य पठाऊ।<BR/>গজেন্দ্র ঠাকুবGajendrahttps://www.blogger.com/profile/11742535237461535200noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-19565561636877120682008-07-20T14:42:00.000+05:302008-07-20T14:42:00.000+05:30पी.डी. जी, लवली कुमारी जी और रक्क्षन्दाजी,तथा गुस्...पी.डी. जी, लवली कुमारी जी और रक्क्षन्दाजी,<BR/><BR/>तथा गुस्ताखजी,<BR/><BR/>संस्कृत की शिक्षा बोरियत हुआ क्लरती थी, पर संस्कृत सीखने की सरल आजमाई विधि के लिए मेरे ब्लॉग <STRONG><A HREF="http://tirhuta.blogspot.com/" REL="nofollow">http://tirhuta.blogspot.com/</A></STRONG><BR/>पर जाएँ और पहले लेशन से शुरू करेँ, बीसवे लेशन तक फर्राटेसे से संस्कृत नहीं बोलना सीख जाएँ तो फिर मुझे कहें।<BR/><BR/>गुस्ताखजी के लिए-<BR/>गुस्ताखजी अहाँसँ <STRONG><A HREF="http://www.videha.co.in/" REL="nofollow">http://www.videha.co.in/</A></STRONG> लेल मैथिलीमे लिखबाक अनुरोध अछि। अपन रचना ggajendra@videha.com पर पठाऊ। चिंता नहीं करू, किछु छोट-मोट जे मैथिली मानकीकरणक दृष्टिसँ आवश्यक परिवर्त्तन होयत से हम कए देल करब, ई-प्रकाशित होयबासँ पहिने। मैथिली मानकीकरण संबंधी हमर शोध केन्द्रीय भाषा अकादमी, मैसूरमे मैथिली स्टाइल मैनुअल केर परिचर्चा लेल स्वीकृत भेल अछि। ओ'लेख <STRONG><A HREF="http://manak-maithili.blogspot.com/" REL="nofollow">http://manak-maithili.blogspot.com</A></STRONG> पर सेहो उपलब्ध अछि, आ' 'विदेह' ई-पत्रिकाक रचना-लेखन स्तंभमे सेहो।Gajendrahttps://www.blogger.com/profile/11742535237461535200noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-64810911729687297592008-07-11T12:02:00.000+05:302008-07-11T12:02:00.000+05:30सच कहूँ तो शायद ये बात किसी को बुरी लगे लेकिन आपको...सच कहूँ तो शायद ये बात किसी को बुरी लगे लेकिन आपको नही लगता कि इतनी मुश्किल भाषा पूरी तरह हम पर थोपी जारही है और सच्चाई तो ये कि इसका न हमें फायेदा हो रहा है न ही इस भाषा को....पता नही हम लोग कब इस बात को समझेंगे....rakhshandahttps://www.blogger.com/profile/08686945812280176317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-91556573797972222992008-07-09T18:45:00.000+05:302008-07-09T18:45:00.000+05:30sahi jankari,sab(60%) yahi karte hain.sahi jankari,sab(60%) yahi karte hain.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-2516938612820424752008-07-09T14:35:00.000+05:302008-07-09T14:35:00.000+05:30bahut sahi nuskha hai ji.. :)hamne bhi aajmaya tha...bahut sahi nuskha hai ji.. :)<BR/>hamne bhi aajmaya tha..PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.com