tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post6326515242342639764..comments2024-02-21T06:21:43.492+05:30Comments on गुस्ताख़: मेरा हंसना भारी पड़ रहा है...Manjit Thakurhttp://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7338682564613289699.post-72278783205070115032009-11-11T19:19:50.433+05:302009-11-11T19:19:50.433+05:30इससे निकलने एक सीधा साधा तरीका है ....दो चार पुर...इससे निकलने एक सीधा साधा तरीका है ....दो चार पुराने दोस्तों को फोन करो....या .एक बढ़िया सा चाइनीज़ खाना खायो ..या टी वि डिस्कवरी चैनल देखो.....कार्टून भी एक ऑप्शन हो सकता है ...... तगडी वाली बियर की बोतल लेकर किसी कुंवारे दोस्त के घर पहुँच जायो....ओर देर रात सड़क किनारे जोर से चिल्लायो...आई लव यू ....नाम छोडे दे रहा हूं...तुम्हारी सहूलियत के लिएडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.com