खबर ये है कि इस साल आमिर ख़ान की फ़िल्म 'तारे ज़मीं पर' ऑस्कर पाने की होड़ में शामिल हो गई है।भारत से विदेशी भाषा की श्रेष्ठ फ़िल्मों की श्रेणी में इसे प्रवेश मिलेगा. शनिवार शाम मुंबई में फ़िल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ़ से फ़िल्म निर्माता सुनील दर्शन ने इसकी घोषणा की है।
लगे हाथ बता दें कि अब तक विदेशी फिल्मों की श्रेणी में किन भारतीय फिल्मों को नामित किया गया है-िसमें रिलीज़ हुए बरस का उल्लेख मैं कर रहा हूं, जिसमें अगले वसंत माह में पुरस्कार बंटता है।
१८५६- मदर इंडिया - महबूब खान- नॉमिनेटेड
१९६२- साहब, बीवी और गुलाम- अबरार अलवी
१८६९- देवामागन्- ए सी थिरुलोगचंदर
१९७०-कोई एंट्री नहीं
१९७१- रेशमा और शेरा- सुनील दत्त
१९७२ उपहार- सुधेंदु रॉय
१९७३- सौदागर-सुधेंदु ऱॉय
१८७४- गरम हवा- एम एस सथ्यू
१९७५-७६ कोई एंट्री नहीं
१९७७-मंथन- श्याम बेनेगल
१९७८ द चेस प्लेयर- सत्यजित् रे
१९७९- कोई एंट्री नहीं
१९८०- पायल की झनकार- सत्येन बोस
१९८१-८३- कोई एंट्री नहीं
१९८४- सारांश- महेश भट्ट
१९८५- सागर- रमेश सिप्पी
१९८६- स्वाति मुत्यम्- विश्वनाथ
१९८७- नायकन्- मणिरत्नम्
१९८८-सलाम बॉम्बे- मीरा नायर- नॉमिनेटेड
१८८९- परिंदा- विधु विनोद चोपड़ा
१९९०- अंजलि- मणिरत्नम्
१९९१- हिना- रणधीर कपूर
१९९२-थेवर मगन- भरतन्
१९९३- रुदाली- कल्पना लाजिमी
१९९४ बैंडिट क्वीन- शेखर कपूर-
१९९५- कुरुदिपुनल्- पी सी श्रीराम
१९९६-इंडियन- शंकर
१९९७- गुरु- राजीव अंचल
१९९८-जींस- शंकर
१९९९- अर्थ- दीपा मेहता
२०००- हे राम- कमल हासन
२००१- लगान- आशुतोष गोवारिकर- ऩॉमिनेटेड
२००२-देवदास- संजय लीला भंसाली
२००३-कोई एंट्री नहीं
२००४- श्वास- संजय सावंत
२००५-पहेली- अमोल पालेकर
२००६- रंग दे बसंती- राकेश ओमप्रकाश मेहरा
२००७- एकलव्य- द रॉयल गार्ड- विधु विनोद चोपड़ा
२००८- तारे ज़मीन पर- आमिर खान
यानी अब तक तारे ज़मीर पर को छोड़ दें तो महज तीन फिल्में ही ऑस्कर की दौड़ में शामिल हो पाई है, मदर इंडिया, सलाम बॉम्बे और लगान।
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यानी अब तक तारे ज़मीर पर को छोड़ दें तो महज तीन फिल्में ही ऑस्कर की दौड़ में शामिल हो पाई है, मदर इंडिया, सलाम बॉम्बे और लगान।
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तारों से बहुत उम्मी्दे है.. इसे तो कुछ मिलना ही चाहिये.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया जानकारी, आभार!
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