दुनिया में उत्तरजीविता और सुखी रहने के दो नि.यम हैं-
१. जो पसंद है उसे हासिल करना सीख
२. जो हासिल है, उसे पसंद करना सीख लें.
मंजीत ठाकुर, मेदिनीपुर से दार्शनिक मूड में क्योंकि मूड सही नहीं है।
१. जो पसंद है उसे हासिल करना सीख
२. जो हासिल है, उसे पसंद करना सीख लें.
मंजीत ठाकुर, मेदिनीपुर से दार्शनिक मूड में क्योंकि मूड सही नहीं है।
गहरा दार्शन!!
ReplyDeleteदार्शन = दर्शन
ReplyDeleteप्रेम ही महामंत्र है
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चर्चा । Discuss INDIA
सत्य वचन!!!!
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