मेरे अदब से सारे फरिश्ते सहम गए, ये कैसी वारदात मेरी, शायरी में है...
वाह-वाह
kabhi kisi ne kaha hai aapse ki aap bahut achha likhte hai.....
bhut khub.jari rhe.
badiya
dr saa'b kisi ne yahi baat abhi tak nahi kahi hai
लजवाब...मंजीत..
माँ की आँखों के तारे तो आप हर हाल में रहोगे.
भईया पुराने दिन याद दिला दिये आपने… अच्छा किया/नहीं किया।शुभम।
ekaangi dristkon.bhartiy savytaa memaata -bahne paiso se nahee apne beto &bhaion se pyaar kartee hai.jaisa maine dekha hai.dhanybad
भई वाह ! आपने तो गागर मे सागर भर दिए है । सचमुच आज का माहौल ही कुछ ऎसा है कि यदि आप कमा रहे है तो सभी लोग , फिर वह माता या बहने हो । शशि सिन्घलwww.meraashiyana.blogspot.com
वाह-वाह
ReplyDeletekabhi kisi ne kaha hai aapse ki aap bahut achha likhte hai.....
ReplyDeletebhut khub.jari rhe.
ReplyDeletebadiya
ReplyDeletedr saa'b kisi ne yahi baat abhi tak nahi kahi hai
ReplyDeleteलजवाब...मंजीत..
ReplyDeleteमाँ की आँखों के तारे तो आप हर हाल में रहोगे.
ReplyDeleteभईया पुराने दिन याद दिला दिये आपने… अच्छा किया/नहीं किया।
ReplyDeleteशुभम।
ekaangi dristkon.bhartiy savytaa me
ReplyDeletemaata -bahne paiso se nahee apne beto &bhaion se pyaar kartee hai.jaisa maine dekha hai.dhanybad
भई वाह ! आपने तो गागर मे सागर भर दिए है । सचमुच आज का माहौल ही कुछ ऎसा है कि यदि आप कमा रहे है तो सभी लोग , फिर वह माता या बहने हो ।
ReplyDeleteशशि सिन्घल
www.meraashiyana.blogspot.com