Friday, October 5, 2012

क़द्दावर मोदी क्या कांग्रेस के मुफ़ीद होंगे?

गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनावी तारीखों की घोषणा के बहुत पहले से ही गुजरात में गद्दी की लड़ाई तेज़ हो गई है। लड़ाई की ताकीखें तय हुईं तो तकरीरें भी शुरु हुईं। अगर मैं यह लिख रहा हूं कि नरेन्द्र मोदी के गुजरात में कामयाब होने से कांग्रेस को फायदा होने जा रहा है तो इसे दूर की कौड़ी न मानिएगा।

मोदी बीजेपी के भविष्य हैं। यह तय है। लेकिन इस बात की पूरी गुंजाइश है कि मोदीत्व के खिलाफ बीजेपी के ही कई नेता कमर कसे बैठे हैं। सबका नाम लेना जरूरी नहीं लेकिन मोदी के बढ़ते कद से कईयों को पेटदर्द होता होगा। यह पेट दर्द इसलिए भी होगा, क्योंकि अगर कहीं बीजेपी के भाग से छींका टूटा तो पीएम पद के लिए सुषमा भी दावेदार होंगी और अरुण जेटली भी...और भी कई कतार में होंगे।

अगर विधानसभा चुनाव नरेन्द्र मोदी बड़े अंतर से जीत जाते है--जिसकी पूरी संभावना है--तो यह कांग्रेस के लिए बहुत फायदेमंद होने वाला है। सोनिया गांधी ने वाक्युद्ध में जब पिछली दफ़ा मोदी को मौत का सौदागर कह दिया था तो इससे मोदी को काफी चुनावी फायदी हुआ था।

इस बार भी चुनाव की तारीखों के ऐन ऐलान के दिन ही कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने मोदी को हत्यारा वगैरह कह दिया। जाहिर है, कांग्रेस चाहती है कि मोदी के बड़े कद से बीजेपी में शीर्ष स्थान के लिए भारी मारामारी मचे। कांग्रेस का गणित यह भी है कि मोदी के प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित होते ही तमाम सेकुलर पार्टियां राजग से छिटक जाएंगी।

नीतिश कभी भी मोदी का समर्थन नहीं करेंगे ऐसे में जेडी-यू का छिटकना तय है। मोदी का बड़ा कद बीजेपी को सियासी बियावान में धकेल देगा। कई लोग यह तर्क देंगे कि यह कहना बहुत दूर की कौड़ी है। लेकिन हम नजदीक की बात भी बता देते हैं।

गुजरात में मोदी की जीत जितनी बड़ी होगी, देश भर में मुस्लिम वोट उतनी ही ताक़त से कांग्रेस के पक्ष में ध्रुवीकृत होंगे। जहां कांग्रेस मजबूत नहीं होगी वहां सपा या बाकी के कथित तीसरे मोर्चे वाले दल को वोट पड़ेंगे। इससे बीजेपी सत्ता से दूर रहेगी।

अगर तीसरा मोर्चा ही सत्ता में आया और उसे कांग्रेस के समर्थन की जरूरत पड़ी, तो हमेशा की तरह कांग्रेस उस धर्मनिरपेक्ष सरकार को समर्थन देगी, और माकूल वक़्त पर कुरसी खींच लेना, कांग्रेस से बेहतर भला किसको आता है?

2 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

पता नहीं भारत की राजनीति में क्या बदा है?

Anonymous said...


JO BHI HO,AGAR INDIA KO SHINE KARNA HAE TO MODI HEE EKMAATRA VIKALP HAEN..................