Wednesday, October 5, 2016

आवारा झोंकेः एक

जब भी रंगता हूं अपना घर,
बड़े ब्रांड्स के रंगों से सजाता हूं
कि जैसे कोई इंद्रधनुष हो
पर एक कमरा रह जाता है खाली
काली दीवारों वाला
जहां रहता हूं मैं,
तन्हा
खुद के साथ।

1 comment:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

खुद के साथ वाला कमरा भी अपने सपनों के रंग से सजा लीजिये .... जीने का मकसद मिलेगा .