Wednesday, January 9, 2008

साधुवाद के पात्र हिंदी ब्लागर

इस ब्लॉग को पढने वाले सभी साथियों को नए साल की दिल से शुभकामनाएं... लेकिन शुभकामनाएं अगर फलित होती तो दुनिया के नक्शे पर हमारी भी कुछ जगह होती क्योंकि कई इष्ट मित्रों ने हमें नए साल के तोहफे के तौर पर वरदान दिया कि तुम बहुत आगे जाओ, खूब नाम कमाओ.. पर लक्षण दीख नहीं रहे।
ईश्वर ने धरती पर भेज दिया है..शिकायत किससे करता ? आपसे कह दूं तो बोझ हल्का हो जाए दिल का। मन कर रहा है रो दूं.. हे भगवान.. इंसान बना के ही भेजना था? बुद्धिजीवी क्यों नहीं बनाया? लिखते हुए भी छद्म रूप से भावुक हुए बिना सभी ब्लागरों को एक बार फिर शुभ कामनाएं..सभी हिंदी ब्लागर साधुवाद के पात्र हैं। उम्मीद है कि आगे भी आप हिंदी में लिखते हुए हम अनपढ़ों का मार्गदर्शन और हिंदी का उद्धार करते रहेंगे।

आपका ही,मंजीत

3 comments:

Sanjeet Tripathi said...

मंजीत को संजीत की शुभकामनाएं

ghughutibasuti said...

क्या मन जीतने वालों को ऐसी उदासी शोभा देती है ? नाम कमाने की चिन्ता मत कीजिये । बस अपना काम करते जाइये और लिखते भी जाइये ।
नववर्ष की शुभकामनाओं सहित,
घुघूती बासूती

सुनीता शानू said...

अरे मंजीत 9 तारीख को नया साल मनाओगे तो कैसे काम चलेगा...अच्छा निराश मत हो हमारी शुभकामनायें है आपका यह वर्ष मंगलमय हो...