महाराष्ट्र
के निवासी बाल ठाकरे बीमार हैं. वह पहले कार्टून बनाते थे. अब लोग उनके
कार्टून बनाते हैं. बाल ठाकरे ऐसे लोगों को पसंद नहीं करते जो उनकी बात
नहीं मानते. उनके पास अपनी एक फौज है. बाल ठाकरे
उसे शिवसेना कहते हैं. लोग उसे शिव की फौज नहीं कहते हैं. 200 सालों की
गुलामी के बाद भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, ऐसा इतिहास की किताबें कहती
हैं.
बाहर के लोगों को मुंबई नहीं आना चाहिए- ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. महाराष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है और दुनिया के सभी बड़ी कंपनियों का दफ्तर है-ऐसा सरकारी वेबसाइट कहती है. माइकल जैक्सन नामक एक महान गायक व नर्तक था. वह मराठी मानुष नहीं था. गैर-मराठी भी सम्मान के योग्य होते होते हैं, ऐसा भारत का संविधान कहता है. माइकल को महाराष्ट्र के मुंबई में बुलाया गया.
बाल ठाकरे को माइकल जैक्सन की नृत्य कला पसंद थी. विदेशों से लोग रोजाना मुंबई आते हैं ऐसा पर्यटन विभाग के आंकड़े कहते हैं. माइकल पहला ऐसा गैर-मराठी था जिसे बाल ठाकरे ने महाराष्ट्र आने का न्योता दिया, ऐसा सभी कहते हैं. माइकल जैक्सन का नाम गिनिज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है. माइकल को मराठी गीत नहीं याद थे. माइकल सुरक्षित अपने देश पहुंच गया. ऐसा अखबारों की रिपोर्ट कहती है.
बाल ठाकरे ने बंबई का नाम बदलकर मुंबई कराया. नाम का गलत उच्चारण बाल ठाकरे को पसंद नहीं. शास्त्रों में भूल के लिए क्षमा करने को कहा गया है. शास्त्रों का मराठी अनुवाद अभी पूरा नहीं हुआ है. महाराष्ट्र के बाहर के लोग सुंदर नहीं होते. ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भारत के लोगों ने बहुत कम बार खिताब जीता है. ऐसा गूगल कहता है. गैर मराठियों को महाराष्ट्र से चले जाना चाहिए ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं.
कुछ लोग बाल ठाकरे की बात सरलता से समझ लेते हैं. कुछ लोग नहीं समझते हैं. भारत में बात मनवाने के लिए समझाने के अलावा एक और तरीका भी इस्तेमाल किया जाता है. महात्मा गांधी इसे हिंसा कहते हैं. तमिल लोग लुंगी पहनते हैं. बाल ठाकरे लुंगी पहनना पसंद नहीं करते हैं. तमिलनाडु भारत गणराज्य का एक प्रदेश है. तमिलनाडु के लिए मुंबई से कई सीधी ट्रेने हैं.
भारत में पहली रेल महाराष्ट्र में चलाई गई थी. भारतीय रेल का नेटवर्क दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है. बिहार और यूपी महाराष्ट्र से रेलमार्ग से जुड़ा है. बाल ठाकरे का सामान्य ज्ञान औसत से बेहतर है. उत्तर भारतीय गंदगी फैलाते हैं ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. मुंबई के विकास में उनका भी योगदान है-ऐसा उत्तर भारतीय कहते हैं. मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है, ऐसा विश्व बैंक कहता है. मुंबा देवी के मंदिर के आसपास बसी एक बस्ती की किस्मत बनाने में उत्तर भारतीयों ने अपना खून-पसीना लगाया है, ऐसा गूगल में पड़े रिपोर्ट कहते हैं. यह रिपोर्ट अंग्रेजी में है.
बाल ठाकरे के पूर्वज बिहार से थे, ऐसा दिग्विजय सिंह कहते हैं. दिग्विजय सिंह पढ़े-लिखे हैं ऐसा संसद की वेबसाइट पर छपी उनकी प्रोफाइल कहती है. दिग्विजय सिंह एक किताब रखते हैं. किताब बाल ठाकरे के पिताजी ने संपादित की थी. ठाकरे परिवार बिहार से मध्य प्रदेश होता महाराष्ट्र आया, ऐसा किताब कहती है. यह दुष्प्रचार है ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. महाराष्ट्र के बाहर से हजारों लोग रोजाना रेलगाड़ी से मुंबई आते हैं. बाल ठाकरे इस पर क्रोध करते हैं.
बाल ठाकरे के एक भी सराहनीय कार्य की चर्चा गूगल पर नहीं है. गूगल का मालिक मराठी मानुष नहीं है.
---राजन प्रकाश
बाहर के लोगों को मुंबई नहीं आना चाहिए- ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. महाराष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है और दुनिया के सभी बड़ी कंपनियों का दफ्तर है-ऐसा सरकारी वेबसाइट कहती है. माइकल जैक्सन नामक एक महान गायक व नर्तक था. वह मराठी मानुष नहीं था. गैर-मराठी भी सम्मान के योग्य होते होते हैं, ऐसा भारत का संविधान कहता है. माइकल को महाराष्ट्र के मुंबई में बुलाया गया.
बाल ठाकरे को माइकल जैक्सन की नृत्य कला पसंद थी. विदेशों से लोग रोजाना मुंबई आते हैं ऐसा पर्यटन विभाग के आंकड़े कहते हैं. माइकल पहला ऐसा गैर-मराठी था जिसे बाल ठाकरे ने महाराष्ट्र आने का न्योता दिया, ऐसा सभी कहते हैं. माइकल जैक्सन का नाम गिनिज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है. माइकल को मराठी गीत नहीं याद थे. माइकल सुरक्षित अपने देश पहुंच गया. ऐसा अखबारों की रिपोर्ट कहती है.
बाल ठाकरे ने बंबई का नाम बदलकर मुंबई कराया. नाम का गलत उच्चारण बाल ठाकरे को पसंद नहीं. शास्त्रों में भूल के लिए क्षमा करने को कहा गया है. शास्त्रों का मराठी अनुवाद अभी पूरा नहीं हुआ है. महाराष्ट्र के बाहर के लोग सुंदर नहीं होते. ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भारत के लोगों ने बहुत कम बार खिताब जीता है. ऐसा गूगल कहता है. गैर मराठियों को महाराष्ट्र से चले जाना चाहिए ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं.
कुछ लोग बाल ठाकरे की बात सरलता से समझ लेते हैं. कुछ लोग नहीं समझते हैं. भारत में बात मनवाने के लिए समझाने के अलावा एक और तरीका भी इस्तेमाल किया जाता है. महात्मा गांधी इसे हिंसा कहते हैं. तमिल लोग लुंगी पहनते हैं. बाल ठाकरे लुंगी पहनना पसंद नहीं करते हैं. तमिलनाडु भारत गणराज्य का एक प्रदेश है. तमिलनाडु के लिए मुंबई से कई सीधी ट्रेने हैं.
भारत में पहली रेल महाराष्ट्र में चलाई गई थी. भारतीय रेल का नेटवर्क दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है. बिहार और यूपी महाराष्ट्र से रेलमार्ग से जुड़ा है. बाल ठाकरे का सामान्य ज्ञान औसत से बेहतर है. उत्तर भारतीय गंदगी फैलाते हैं ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. मुंबई के विकास में उनका भी योगदान है-ऐसा उत्तर भारतीय कहते हैं. मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है, ऐसा विश्व बैंक कहता है. मुंबा देवी के मंदिर के आसपास बसी एक बस्ती की किस्मत बनाने में उत्तर भारतीयों ने अपना खून-पसीना लगाया है, ऐसा गूगल में पड़े रिपोर्ट कहते हैं. यह रिपोर्ट अंग्रेजी में है.
बाल ठाकरे के पूर्वज बिहार से थे, ऐसा दिग्विजय सिंह कहते हैं. दिग्विजय सिंह पढ़े-लिखे हैं ऐसा संसद की वेबसाइट पर छपी उनकी प्रोफाइल कहती है. दिग्विजय सिंह एक किताब रखते हैं. किताब बाल ठाकरे के पिताजी ने संपादित की थी. ठाकरे परिवार बिहार से मध्य प्रदेश होता महाराष्ट्र आया, ऐसा किताब कहती है. यह दुष्प्रचार है ऐसा बाल ठाकरे कहते हैं. महाराष्ट्र के बाहर से हजारों लोग रोजाना रेलगाड़ी से मुंबई आते हैं. बाल ठाकरे इस पर क्रोध करते हैं.
बाल ठाकरे के एक भी सराहनीय कार्य की चर्चा गूगल पर नहीं है. गूगल का मालिक मराठी मानुष नहीं है.
---राजन प्रकाश
3 comments:
अखबार, गूगल और बेवसाइट जो कहते हैं सो कहते हैं लेकिन जैसा आपने कहा वैसा किसी ने नहीं कहा।
ऐसा आपका लिखा पढ़ने के बाद हम कहते हैं।
बाल ठाकरे मराठी था या बिहारी ये तो दिग्विजय कहते हैं
ठाकरे की एक वर्ग के खिलाफ जहर उगलने को सियासत कहते हैं
लेकिन जो आपने कहा ये तो किसी ने भी नहीं कहा एसा हम कहते हैं
और आपके इस लेखन के लिये आपको शुक्रिया कहते हैं
बाल ठाकरे मराठी था या बिहारी ये तो दिग्विजय कहते हैं
ठाकरे की एक वर्ग के खिलाफ जहर उगलने को सियासत कहते हैं
लेकिन जो आपने कहा ये तो किसी ने भी नहीं कहा एसा हम कहते हैं
और आपके इस लेखन के लिये आपको शुक्रिया कहते हैं
Post a Comment