ये तसवीरें मैंने उस वक़्त ली, जब मैं अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर था. रास्ते में गौहाटी और डिब्रूगढ़ में मैं ब्रह्मपुत्र स मिला.. उसका सौन्दर्य मोहित करने वाला है. शाम का धुंधलका अभी पूरी तरह छाया भी नहीं था..सूरज ने अपनी किरणे समेटनी शुरू कर दी थी..सूरज को जाल समेटते और एक मछुवारे को जाल फेंकते देख मैं खुद को रोक नहीं पाया..
ब्रहमपुत्र सम्मोहित करने वाला नद है. लगा किसी ने पिघला हुआ सोना पानी में उड़ेल दिया हो.
पहली बार जब मैंने तस्वीर लेने की कोशिश की तो कुछ ख़ास आया नहीं. क्लिक करने स पहले ही जाल पानी में. लेकिन दूसरी बार मई कामयाब रहा. पेश-ए-नज़र है.
8 comments:
nice
Bhai, mazedar hai aapka parichaya, fotu, vagerha. kisi din fursat se dekhna padega.
वाकई मोहित करते दृश्य!!
आभार आपका बांटने के लिए.
बहुत सुन्दर चित्र
lovely and breathtaking pics of Lohit ! I , however, came here to tell u that i found only one sane comment out of 25 on T-shirt post @ Ravish's blog and that is yours.
The kids have not read girly T-shirts indeed !
बढ़िया फोटो...
बेहद मनमोहक चित्र
regards
झकास है बीडू....एक दम ....
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